नई दिल्ली। इस वर्ष चैत्र नवरात्रि 10 दिन की होगी यानी यह 23 मार्च से एक अप्रैल तक रहेगी। एक अप्रैल को रामनवमी का पर्व मनाया जाएगा। ज्योतिषविदों की राय में ऎसा पहली बार हो रहा है। बताते हैं कि क्षय तिथि के कारण कभी-कभार 8 दिन की नवरात्रि भ होती है लेकिन ऎसा पहली बार हो रहा है जब तिथि क्षय होने के बजाए तिथि बढ रही है यानी छठ दो दिन आ रही है। चूंकि अंग्रेजी कैलेंडर की तारीख सुनिर्धारित रहती है, जबकि तिथि की अवधि ग्रह-नक्षत्रों की गति पर आधारित होती है। एक तिथि समाप्त होने पर ही दूसरी तिथि शुरू होती है। यह हमेशा सुनिश्चित नहीं रहती। जिस तिथि में सूर्योदय होता है वही तिथि संपूर्ण दिन मान्य रहती है। इस वर्ष की चैत्र नवरात्रि 23 मार्च से एक अप्रैल तक रहेगी। 28 मार्च को सूर्योदय से लेकर संपूर्ण रात्रि छठ तिथि रहेगी। यही नहीं 29 मार्च का सूर्योदय भी छठ को ही होगा। इस दिन भी पूरे समय छठ रहेगी। इस वर्ष की रामनवमी भी विशेष महत्वपूर्ण रहेगी। प्राचीन पांडुलिपियों के आधार पर भगवान श्रीराम की जो जन्म पत्रिका है, वैसे ही ग्रह नक्षत्रों में इस वर्ष रामनवमी का पर्व मनाया जाएगा। भगवान श्रीराम का जन्म पुनर्वसु और पुष्य नक्षत्र में हुआ था। इस वर्ष रामनवमी को भी यही नक्षत्र पडेगा।
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