मुम्बई। भारतीय भूगर्भ सर्वेक्षण के वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि यदि महाराष्ट्र के तटवर्ती क्षेत्र में गहरे समुद्र में पांच से अधिक तीव्रता वाला भूकम्प आया तो मुम्बई विनाश से बच नहीं पाएगी। शनिवार को दिन भर टीवी चैनलों पर वैज्ञानिकों द्वारा दी गई इस चेतावनी को ब़डे जोरशोर से प्रसारित किया जाता रहा। वैज्ञानिकों ने जापान में परसों आए 8.9 तीव्रता के भूकम्प के बाद देश की वाणिज्यिक राजधानी पर खतरे का अध्ययन किया। भूगर्भ सर्वेक्षण विभाग के वैज्ञानिकों ने बताया कि अरब सागर में पांच से अधिक तीव्रता के भूकम्प आने पर सात द्वीपों पर मुम्बई में व्यापक विनाश हो सकता है। उन्होंने सर्वाधिक खतरा शहर के मीरा रोड, भायन्दर, बोरीवली, पश्चिमी मलाड, दादर, कुर्ला, कलीना, महादेवी और प्रभादेवी इलाकों में होना बताया है। मुम्बई के कम खतरे वाले इलाकों में खारघर, नेरूल, ऎरोली, कोपर, खैरान, गोरेगांव पूर्व, मलाड पूर्व और आरे कॉलोनी हैं जबकि सर्वाधिक सुरक्षित इलाकों में कोलाबा, मालाबार हिल, गिरगाम, मझगांव, परेल और बोरीवली का पह़ाडी क्षेत्र है।
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