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डूंगरपुर राजस्थान में पहला जनजाति जिला ओडीएफ घोषित
khaskhabar.com : मंगलवार, 03 अक्टूबर 2017 3:23 PM
डूंगरपुर। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर डूंगरपुर जिले ने
प्रधानमंत्री के सपने को साकार कर दिखाया है। डूंगरपुर जिला राजस्थान
प्रदेश का पहला ऎसा जनजाति जिला बन गया है जिसने निर्धारित लक्ष्य को पूर्ण
करते हुए बेस लाईन सर्वे 2011 के मुताबिक 2 लाख 87 हजार 301 शौचालय के
निर्माण कार्य को पूर्ण कर ‘खुले में शौच मुक्त’ प्रदेश के पहले जनजाति
जिले की उपलब्धि अर्जित कर राष्ट्रपिता गांधी के प्रति अपनी श्रद्धा को
प्रकट किया है।
गांधी जयंती के अवसर
पर डूंगरपुर जिला कलेक्टे्रट के ईडीपी सभागार में आयोजित ‘खुले में शौच
मुक्त’ घोषित कार्यक्रम में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी एवं भू-जल विभाग
राज्यमंत्री श्री सुशील कटारा ने जिले के निर्धारित लक्ष्य अनुरूप शौचालयों
के निर्माण होने तथा जिले के खुले में शौच मुक्त की घोषणा की। उन्होंने
बताया कि वर्ष 2011 की जनगणना को आधार मानकर जिले को खुले में शौच मुक्त
घोषित किया गया है। अब डूंगरपुर जिले को प्रदेश में सातवां और जनजाति
क्षेत्र में पहला खुले में शौच मुक्त जिला बनने का गौरव मिला है।
इस
अवसर पर राज्यसभा सांसद कुंवर हर्षवर्धन सिंह, पीएचईडी राज्यमंत्री
सुशील कटारा, विधायक डूंगरपुर देवेन्द्र कटारा, विधायक आसपुर गोपीचंद मीणा, जिला प्रमुख डूंगरपुर माधवलाल वरहात, नगरपरिषद सभापति के. के. गुप्ता, प्रारम्भिक शिक्षा निदेशक पूर्ण चंद्र किशन,
जिला कलक्टर राजेन्द्र भट्ट, समस्त विकास अधिकारी, अन्य विभागीय
अधिकारी तथा प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया के मीडियाकर्मी उपस्थित रहे।
तीन माह में बने एक लाख 79 हजार 468 शौचालय
कार्यक्रम
में जिला कलक्टर राजेन्द्र भट्ट ने बताया कि 3 जुलाई तक एक लाख 7
हजार 833 शौचालय पूर्ण हुए थे लेकिन जिला प्रशासन द्वारा स्वच्छता के मिशन
को एक जन आंदोलन के रूप में चलाया गया जिसमें जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों,
प्रेरकों के साथ-साथ आमजन ने भी पूरी भागीदारी निभाते हुए तीन माह में एक
दिन कम रहते हुए एक लाख 79 हजार 468 शौचालयों के निर्माण के लक्ष्य को पूरा
कर दिखाया।
योजनाबद्ध हुआ कार्य
इस
लक्ष्य को अर्जित करने के लिए प्रत्येक अधिकारी को प्रभारी नियुक्त करते
हुए तीन-तीन पंचायतों में जागरूकता, वातावरण निर्माण एवं सतत मॉनिटरिंग की
जिम्मेदारी सौंपी गई थी जिसे समस्त अधिकारियों ने गंभीरता से पूरा किया।
मात्र तीन माह में इस लक्ष्य को हासिल करने में जनप्रतिनिधियों, सरपंचाें,
सचिवों, अधिकारियों, आंगनबाडी कार्यकर्ताओं, एएनएम और आमजन ने पूर्ण मनोयोग
से इस मिशन में अपनी सहभागिता निभाते हुए कार्य किया।
विकास अधिकारी-सरंपच-सचिव बने ताकत
स्वच्छ
भारत मिशन के इस अभियान में जिले के समस्त विकास अधिकारियों, सरपंचों एवं
सचिव ने अपनी पूरी ताकत से अहम भागीदारी निभाई है। इतने कम समय में इतने
बडे लक्ष्य को पूरा करने में एक-एक विकास अधिकारी, सरपंच, सचिव और एक-एक
स्थानीय जनप्रतिनिधि, कर्मचारी ने अपनी पूरी जिम्मेदारी को समझते हुए
रात-दिन कार्य किया है इसी का परिणाम है कि आज जिले को यह गौरव प्राप्त हुआ
है।
जनजाति जिले डूंगरपुर में पहाडी बसावट,
छितरी बस्तियों एवं भौगोलिक विषमताओं के कारण लक्ष्य अनुसार शौचालयों का
निर्माण पूर्ण करना बहुत ही मुश्किल कार्य था परंतु सभी के समन्वित
प्रयासों एवं दृढ़ संकल्प शक्ति के कारण यह उपलब्धि अर्जित की है।
स्वच्छ
भारत मिशन में जिले ने एक महत्वपूर्ण कामयाबी हासिल कर शौचालय निर्माण का
कार्य पूर्ण कर लिया है। अब प्रशासन द्वारा आगामी छः माह तक अभियान चलाया
जाएगा जिसमें इन शौचालयों का पूर्ण उपयोग करने हेतु प्रेरित किया जाएगा और
इसके लिए विशेष जागरूकता कार्यक्रम चलाये जाएंगे।
जिला
प्रशासन द्वारा हर ग्राम पंचायत स्तर पर प्रोजेक्टरों के माध्यम से फिल्म
‘टायलेट एक प्रेम कथा’ को दिखाया जाएगा तथा शौचालयों के पूर्ण उपयोग हेतु
प्रेरित किया जाएगा।
इस अवसर पर
समस्त अतिथियों ने डूंगरपुर के प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया के सामाजिक
सरोकार के कार्याें में उनमे योगदान की भरपूर सराहना की।
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