जनपद अमेठी। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के 92 वर्ष की आयु में दिल्ली स्थित एम्स में निधन के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं में शोक की लहर दौड़ गई। इस दुखद अवसर पर केंद्रीय कांग्रेस कार्यालय, गौरीगंज में शोकसभा आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंघल ने की।
शोकसभा में कांग्रेस नेताओं ने डॉ. मनमोहन सिंह की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इसके पश्चात दो मिनट का मौन रखकर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई। इस दौरान कांग्रेस का ध्वज आधा झुकाकर उन्हें सम्मान दिया गया।
जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंघल ने कहा - "डॉ. मनमोहन सिंह जी का निधन देश के लिए बहुत बड़ा झटका है। उनकी बेदाग राजनीति, विनम्रता और भारतीय अर्थव्यवस्था के सुधार में उनकी भूमिका हमेशा याद की जाएगी। वे शिक्षा और प्रशासन दोनों क्षेत्रों में समान सहजता से कार्य करने वाले अद्वितीय नेता थे।"
वरिष्ठ नेता राज करन ने दी श्रद्धांजलि : "डॉ. मनमोहन सिंह जी ने साधारण पृष्ठभूमि से उठकर भारत के सबसे सम्मानित नेताओं में अपनी जगह बनाई। एक प्रख्यात अर्थशास्त्री और नीतिकार के रूप में उनका योगदान अविस्मरणीय है। उनका निधन न केवल कांग्रेस पार्टी बल्कि पूरे देश के लिए अपूरणीय क्षति है।"
पार्टी के कार्यक्रम स्थगित : कांग्रेस प्रवक्ता अनिल सिंह ने जानकारी दी कि पूर्व प्रधानमंत्री के सम्मान में पार्टी ने अपने स्थापना दिवस सहित अगले सात दिनों तक सभी आधिकारिक कार्यक्रम स्थगित कर दिए हैं। ये कार्यक्रम 3 जनवरी 2025 से पुनः शुरू होंगे।
इस अवसर पर कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे, जिनमें शत्रुघ्न सिंह, रजवाड़ी पासी, रमाकांती, सुनील सिंह, अकमल, सर्वेश सिंह, राजू ओझा, कुलवंत सिंह, शुभम सिंह, और सुमित तिवारी प्रमुख रूप से शामिल रहे।
डॉ. मनमोहन सिंह की विरासत : डॉ. मनमोहन सिंह ने अपने कार्यकाल में भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत किया और वैश्विक स्तर पर भारत की पहचान को नया आयाम दिया। उनका नेतृत्व और योगदान भारत की राजनीति और अर्थव्यवस्था के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा।
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